नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 17 मार्च को ही देश को दूसरी लहर के बारे में अवगत करा दिया था. डॉ. पॉल ने कहा कि कोरोना अप्रत्याशित रहा है, इसलिए यह अंदाजा लगाना संभव नहीं था कि पीक का आकार और तीव्रता कितनी ज्यादा होगी.